Press Minute

Latest Daily News

एक साथ आए भारत और चीन, जल्द बदल सकता है ऑटो सेक्टर का सीन

बीते कुछ हफ्तों से भारत और चीन के रिश्ते मधुर हुए हैं. इन मधुर रिश्तों को भुनाने के लिए चीनी कंपनियों ओर से प्रयास करने शुरू कर दिए हैं. जानकारी के अनुसार चीन की सबसे बड़ी कंपनी BYD भारत में नए सिरे से कदम बढ़ाने की तैयारी कर रही है. राजनयिक संबंधों में गर्मजोशी से बीवाईडी के लिए भारत में आने का रास्ता साफ हो गया है. पांच साल तक दूर से ऑपरेट करने के बाद, द्विपक्षीय यात्रा प्रतिबंधों में ढील से BYD के भारत एमडी केत्सु झांग अगले कुछ महीनों में दक्षिण एशियाई देश की यात्रा कर सकेंगे. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि चीनी कंपनी ने सीनियर मैनेजर्स और इंजीनियर्स के लिए वीज़ा हासिल करना शुरू कर दिया है, जिससे कंपनी ट्रेनिंग प्रोग्राम फिर से शुरू कर सकेगी, मशीनरी की सर्विस कर सकेगी और दक्षिण भारत में अपने कारखाने की स्थिति का आकलन कर सकेगी.

टाटा और महिंद्रा को टक्कर

साथ ही, दुनिया की सबसे बड़ी ईवी विक्रेता अगले साल की शुरुआत में भारत में अपनी एट्टो 2 कॉम्पैक्ट इलेक्ट्रिक एसयूवी लॉन्च करने पर विचार कर रही है, जो देश में कार निर्माता की सबसे सस्ती कार होगी और महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड और टाटा मोटर्स लिमिटेड जैसी लोकल मास-मार्केट कंपनियों के लिए सीधी चुनौती होगी. वैसे BYD की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. भारत द्वारा चीनी यात्रियों के लिए व्यावसायिक वीज़ा की बहाली BYD को देश में अपनी उपस्थिति बढ़ाने का अवसर देगी. जो कुछ महीने पहले तक ऐसा बिल्कुल भी संभव नहीं दिख रहा था. अब इस कूटनीतिक समझौते से BYD को भारतीय बाज़ार में अपनी स्थिति मज़बूत करने का बेहतरीन मौका मिलने की उम्मीद है. साल 2023 में देश में मैन्युफैक्चरिंग सेंटर स्थापित करने के उसके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया गया था.

इतनी होगी कार की कीमत

आयातित कारों पर 70 फीसदी स्थानीय शुल्क लगाए जाने के बावजूद, BYD ने Atto 2 की कीमत 20 लाख रुपए (22,690 डॉलर) से काफी कम रखने की योजना बनाई है, जो बड़े मार्केट सेक्टर में बढ़ती प्रतिस्पर्धा को दर्शाता है. विनफास्ट ऑटो लिमिटेड ने पिछले हफ्ते अपनी कॉम्पैक्ट SUV VF6, जो भारत में उसका सबसे सस्ता मॉडल है, को 16 लाख रुपए की शुरुआती कीमत पर लॉन्च करने की घोषणा की. BYD भारत में पहले से ही Atto 3 सहित चार मॉडल बेचती है और बिक्री के लिहाज से भारत में चौथी सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी है. सूत्रों के अनुसार, कंपनी सड़क पर चलने की क्षमता के लिए स्थानीय नियामक अनुमोदन प्राप्त करने की भी योजना बना रही है, जिससे वह प्रति वर्ष 2,500 कारों के मौजूदा कोटे से अधिक वाहनों का इंपोर्ट कर सकेगी.

जल्द भारत आएंगे कंपनी के अधिकारी

सूत्रों के अनुसार, अपनी यात्रा के दौरान, झांग के नई दिल्ली में BYD के पैसेंजर व्हीकल प्लांट का निरीक्षण करने से पहले भारत सरकार के अधिकारियों से मिलने की उम्मीद है. उन्होंने आगे बताया कि हाल के हफ्तों में कुछ इंजीनियर्स को यात्रा की अनुमति मिल चुकी है और वाइस प्रेसीडेंट लेवल के अधिकारियों के भी जल्द ही आने की उम्मीद है. सूत्रों में से एक ने बताया कि BYD के अन्य वरिष्ठ अधिकारी अगले कुछ हफ्तों में वीज़ा के लिए आवेदन करेंगे.

शी ने कहा था दोस्ती है ‘सही विकल्प’

हालांकि 2020 में सीमा पर हुए टकराव के बाद से भारत-चीन संबंधों में खटास आ गई थी. बीते कुछ महीनों में ऐसी अप्रत्याशित घटनाएं घटी जिसकी वजह से दोनों देश एक बार फिर से एक मंच पर आकर खड़े हो गए. एक तो ट्रंप के टैरिफ की वजह से दोनों ही देश काफी परेशान हुए. साथ ही चीन ने रेयर अर्थ मेटल्स की सप्लाई रोक दी थी. जिसकी वजह से भारत के ऑटो सेक्टर को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था. भारत और चीन पिछले महीने पांच साल से ज़्यादा के अंतराल के बाद सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने पर सहमत हुए थे. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अगस्त में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी – अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस लौटने के बाद उनकी यह पहली मुलाक़ात थी – और शी ने मोदी से कहा था कि उन्हें सीमा विवादों को अपने संबंधों को परिभाषित नहीं करना चाहिए. शी ने कहा कि “सही विकल्प” दोस्त बने रहना है.

भारत में अपना मार्केट बढ़ाना चाहती है कंपनी

इस मामले से वाकिफ़ लोगों ने बताया कि लीडर्स की मुलाकात के बाद, BYD ने भारत में अपने डीलरशिप को फ़ोन पर बताया कि उन्हें दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार नज़र आ रहा है. उन्होंने बताया कि झांग को चीन स्थित भारतीय दूतावास ने 15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने के लिए भी आमंत्रित किया था. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से कहा गया है कि BYD का तत्काल ध्यान बाज़ार की स्थितियों, अपने मौजूदा कारखाने की स्थिति और भारत के पैसेंजर व्​हीकल बिजनेस में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की व्यवहार्यता का आकलन करने पर होगा. रिपोर्ट में एक सूत्र ने बताया कि कार्यकारी अधिकारी बाद में बैटरी पैक असेंबली से संबंधित प्रस्तावों पर भी विचार कर सकते हैं और शुरुआती दौर की यात्राओं के दौरान किसी नए निवेश की घोषणा की योजना नहीं है.