Gold-Silver Price Today: आज के बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में थोड़ी नरमी देखने को मिली है. ऐसे में निवेशक और खरीदार दोनों इस सवाल में उलझे हुए हैं कि क्या अब सोना खरीदने का सही समय है या दाम और गिर सकते हैं? हालांकि इस बारे में आगे के संकेत फिलहाल साफ नहीं हैं.
इस वक्त भारत के कई शहरों में 24 कैरेट सोना 1,10,519 रुपये प्रति 10 ग्राम तक बिक रहा है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 1,01,310 रुपये प्रति 10 ग्राम तक है. दूसरी ओर, चांदी की बात करें तो आज यह 1,29,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर उपलब्ध है. मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में सोने की कीमतें लगभग समान हैं. वहीं दिल्ली, जयपुर और अहमदाबाद जैसे शहरों में थोड़ी बहुत फेरबदल दिख रही है. आइए जानते हैं देश के प्रमुख शहरों में सोने का भाव क्या है…
आपके शहर में सोने की कीमतें
| शहर | 22 कैरेट (₹/10 ग्राम) | 24 कैरेट (₹/10 ग्राम) |
|---|---|---|
| दिल्ली | 1,01,460 | 1,10,670 |
| जयपुर | 1,01,460 | 1,10,670 |
| अहमदाबाद | 1,01,360 | 1,10,570 |
| पटना | 1,01,360 | 1,10,570 |
| मुंबई | 1,01,310 | 1,10,519 |
| हैदराबाद | 1,01,310 | 1,10,519 |
| चेन्नई | 1,01,310 | 1,10,519 |
| बेंगलुरु | 1,01,310 | 1,10,519 |
| कोलकाता | 1,01,310 | 1,10,519 |
MCX पर भी दिखी कमजोरी
वायदा बाजार यानी MCX (Multi Commodity Exchange) पर भी सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आई है. शुरुआती कारोबार में सोना 0.25% गिरकर 1,08,718 रुपये प्रति 10 ग्राम तक आ गया, जबकि चांदी 0.08% गिरकर 1,25,080 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई. कमोडिटी एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये गिरावट अस्थायी हो सकती है क्योंकि बाजार अभी यूएस इन्फ्लेशन के ताजा आंकड़ों पर नजर बनाए हुए है.
महंगाई के आंकड़ों का असर
जानकारों का कहना है कि अमेरिका में अगस्त महीने में प्रोड्यूसर प्राइस इंडेक्स (PPI) में 0.1% की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे सोने और चांदी की कीमतों को थोड़ा समर्थन जरूर मिला है. इसके अलावा, जियो पॉलिटिकल तनाव, केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीद और अमेरिका के फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों को लेकर नीतियां भी सोने-चांदी की चाल को प्रभावित कर सकती हैं,
क्या आगे और सस्ता हो सकता है सोना?
मार्केट के जानकारों के अनुसार, अगर डॉलर कमजोर होता है या अमेरिका ब्याज दरों में कटौती के संकेत देता है, तो सोने की कीमतों में और तेजी आ सकती है. वहीं दूसरी तरफ, अगर महंगाई नियंत्रण में आती है और ब्याज दरें स्थिर रहती हैं, तो कीमतों में गिरावट की संभावना भी बनी हुई है.










